Fixed Deposit Alert: 7% ब्याज दिख रहा है झांसा? निवेश से पहले जान लें ये 5 बातें

Published On: July 19, 2025
Fixed Deposit

आजकल ज्यादातर लोग अपने पैसों को सुरक्षित और बढ़ाने के लिए Fixed Deposit (FD) को एक बेहतरीन विकल्प मानते हैं। FD एक ऐसी स्कीम है, जिसमें आप अपने पैसे एक तय समय के लिए बैंक या वित्तीय संस्था में जमा करते हैं और बदले में आपको एक फिक्स्ड ब्याज मिलता है। यह ब्याज सेविंग अकाउंट से ज्यादा होता है, इसलिए आमतौर पर FD पर सभी का भरोसा रहता है।

भारत में FD को सबसे सुरक्षित निवेश का तरीका माना जाता है, क्योंकि इसमें जोखिम बहुत कम होता है। आपकी पूंजी बाजार के उतार-चढ़ाव से भी सुरक्षित रहती है, और मेच्योरिटी पर तय रिटर्न मिलना तय है। यही वजह है कि बहुत से लोग FD में निवेश करते हुए लंबी प्लानिंग करते हैं, जैसे घर खरीदना, बच्चों की पढ़ाई या रिटायरमेंट की तैयारी।

लेकिन FD में निवेश करने से पहले कुछ जरूरी बातें जानना बेहद जरूरी है, वरना बाद में नुकसान हो सकता है। अगर आप भी FD कराने की सोच रहे हैं, तो इन 5 अहम बातों का ध्यान जरूर रखें, जिससे पैसा सुरक्षित भी रहेगा और भविष्य के लिए अच्छा रिटर्न भी मिलेगा।

What is Fixed Deposit (FD)?

Fixed Deposit यानी सावधि जमा एक ऐसा निवेश है जिसमें आप एकमुश्त रकम एक तय अवधि (7 दिन से लेकर 10 साल तक) के लिए बैंक या NBFC (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) में जमा करते हैं। इस अवधि में आपको आपकी जमा राशि पर बैंक द्वारा तय की गई एक निश्चित ब्याज दर मिलती है, जो सेविंग अकाउंट से अधिक होती है। FD पूरी तरह सुरक्षित है, इसमें पैसे के डूबने का कोई खतरा नहीं रहता।

FD में जमा राशि की मैच्योरिटी पर आपको मूलधन के साथ ब्याज भी एक साथ मिलता है। कुछ FD स्कीम में आप मासिक, त्रैमासिक या छमाही आधार पर भी ब्याज पा सकते हैं। FD हर बैंक में, पोस्ट ऑफिस में या कुछ सरकारी संस्थाओं और LIC जैसी कंपनियों में भी खुलवाया जा सकता है।

FD की जरूरी बातें – सावधानी और सही चुनाव क्यों जरूरी?

1. ब्याज दर और स्कीम का सही चुनाव

हर बैंक और संस्था की FD की ब्याज दर अलग-अलग होती है। कुछ खास स्कीम, जैसे SBI की अमृत वृष्टि FD, केनरा बैंक की 444 दिन वाली FD, या इंडियन बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा की विशेष स्कीम, आम FD की तुलना में ज्यादा ब्याज देती हैं। सीनियर सिटीजन को हमेशा ज्यादा ब्याज मिलता है। हमेशा सोच-समझकर ज्यादा और सही ब्याज वाली स्कीम चुनें, और नई स्पेशल स्कीम का फायदा उठाएं।

2. FD की अवधि का चुनाव

जितनी लंबी अवधि के लिए FD करेंगे, आमतौर पर ब्याज दर उतनी बेहतर मिलती है, लेकिन कुछ स्पेशल स्कीम कम अवधि में भी अच्छा ब्याज देती हैं। अगर आपको नियमित इनकम चाहिए तो नॉन-कम्युलेटिव FD लें, जिसमें ब्याज समय-समय पर मिल जाता है। लंबी मैच्योरिटी के लिए कम्युलेटिव FD बेहतर है, जिससे उसी पैसे पर ब्याज भी बढ़ता रहेगा।

3. टैक्सेशन और TDS

अगर आपकी FD से सालाना मिले ब्याज 40,000 रुपये (सीनियर सिटीजन के लिए 50,000 रुपये) से ज्यादा हो जाए तो TDS (Tax Deducted at Source) बैंक काट लेगा। हालांकि, पांच साल की टैक्स सेविंग FD (Tax-Saver FD) पर आपको 1.5 लाख तक टैक्स छूट मिलती है। इस टैक्स छूट के लिए Lock-in पीरियड होता है, यानी आपको 5 साल से पहले FD नहीं तोड़ सकते।

4. प्री-मेच्योर निकासी और पेनाल्टी

अगर जरुरत पड़ने पर आप FD मेच्योर होने से पहले तोड़ते हैं तो अधिकतर मामलों में बैंक आपको कम ब्याज देता है या पेनाल्टी चार्ज करता है। इसलिए FD की रकम सोचसमझकर टाइमिंग देखकर ही लगाएं, ताकि जरूरत समय पर पैसा आसानी से निकाल सकें।

5. गवर्नमेंट और पोस्ट ऑफिस FD

पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट और सरकारी संस्थाओं की FD के अलावा LIC की हाई रिटर्न FD स्कीम जैसी योजनाएं आम लोगों को सुरक्षित और ज्यादा रिटर्न देती हैं। पोस्ट ऑफिस FD पूरे देश में सबसे ज्यादा सुरक्षित मानी जाती हैं। यहां सिंगल या ज्वॉइंट नाम पर खाता खुल सकता है, अकाउंट ट्रांसफर करना आसान है और टैक्स छूट का भी लाभ मिलता है।

FD में निवेश कैसे करें?

FD में निवेश करना काफी आसान है। आप अपने पसंदीदा बैंक, पोस्ट ऑफिस या किसी बेहतरीन फाइनेंशियल संस्था की नजदीकी ब्रांच में जाकर या ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिए फिक्स्ड डिपॉजिट खाता खोल सकते हैं। खुलवाते समय अवधि, ब्याज दर, ब्याज का भुगतान कब चाहिए – ये तीन बातें क्लियर कर लें। डॉक्युमेंटेशन आसान है: आधार, आइडी, पैन कार्ड की जरूरत पड़ती है।

कई बैंक और कंपनियां FD पर ऑनलाइन KYC से भी सुविधा देती हैं। LIC, पोस्ट ऑफिस, बैंक – यहां FD खुलवाना पूरी तरह सुरक्षित और आसान है।

FD के फायदे और नुकसान

FD का सबसे बड़ा फायदा है पैसा सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न मिलना। आपको हर महीने, सालाना या मेच्योरिटी पर पैसा मिलने का विकल्प मिलता है। साथ ही FD पर लोन लेने की भी सुविधा है और सीनियर सिटीजन को ज्यादा ब्याज मिलता है।

कमी यह है कि FD में मिलने वाला रिटर्न शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड या अन्य निवेश की तुलना में थोड़ा कम होता है। महंगाई बढ़ने पर FD का रिटर्न रीयल इनकम से कम हो सकता है। साथ ही, कभी-कभी टैक्स के कारण भी रिटर्न घट जाता है।

निष्कर्ष

अगर आप रिस्क से डरते हैं, तो FD आपके लिए अच्छा, सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश विकल्प है। लेकिन FD में निवेश करने से पहले ऊपर बताई गई 5 जरूरी बातों को ध्यान में रखें, सही स्कीम चुनें और जरूरत के हिसाब से निवेश करें, ताकि भविष्य में आपका पैसा पूरी सुरक्षा के साथ बढ़े।

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