भारत की सड़कों पर अब हर कोई आधुनिकता और पर्यावरण के प्रति जागरूकता के साथ सफर करना चाहता है। इसी सोच को ध्यान में रखते हुए टाटा समूह ने 2025 के लिए अपनी नई इलेक्ट्रिक साइकल को बाज़ार में लाने की घोषणा की है। बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतें और वाहनों से होने वाले प्रदूषण ने इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर लोगों का रुझान बढ़ाया है, जिसमें इलेक्ट्रिक साइकल एक किफायती और टिकाऊ विकल्प बनकर उभरी है।
शहरों में ऑफिस जाने वाले कर्मचारी, छात्र और छोटे दुकानदार, सभी के लिए यह इलेक्ट्रिक साइकल एक अच्छा विकल्प है। इससे न सिर्फ पैसे की बचत होगी, बल्कि सेहत भी सुधरेगी और वातावरण भी साफ रहेगा। इलेक्ट्रिक साइकल का ट्रेंड अब छोटे शहरों और गांवों तक पहुँच रहा है, जिससे हर वर्ग के लोग इसका लाभ उठा सकते हैं।
Tata Electric Cycle
टाटा इलेक्ट्रिक साइकल एक आधुनिक, हल्की और शहरी अंदाज में बनी ई-साइकल है, जिसे खासतौर पर कम दूरी के रोज़मर्रा के सफर के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें मजबूत व हल्का अलॉय फ्रेम लगा होता है, जिससे सफर करना आसान हो जाता है। यह साइकल सिंगल चार्ज में लगभग 40-60 किलोमीटर तक चल सकती है, जो दैनिक आवागमन के लिए पर्याप्त है। इसमें इस्तेमाल हुई बैटरी को आसानी से चार्ज किया जा सकता है और इसकी सर्विसिंग भी साधारण साइकिल की तरह ही है।
टाटा की यह इलेक्ट्रिक साइकल खास उन लोगों के लिए है, जो भीड़-भाड़ या ट्रैफिक में फंसकर परेशान होते हैं। ई-साइकल में पैडल असिस्ट के साथ बैटरी वाले मोटर का उपयोग किया जाता है, जिससे आप कम मेहनत में ज्यादा दूरी तय कर सकते हैं। इसमें फुल पेडल मोड, पेडल-असिस्ट मोड और फुल इलेक्ट्रिक मोड तीनों सुविधाएं मिलती हैं।
इस स्कीम के बारे में जानकारी
टाटा इलेक्ट्रिक साइकल को भारत सरकार व राज्य सरकार की ग्रीन मोबिलिटी स्कीम और ईवी प्रमोशन स्कीम 2024 (EMPS) के तहत बढ़ावा दिया जा रहा है। ये स्कीमें, इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई हैं, जिससे कि पर्यावरण का कम से कम नुकसान हो। इन सरकारी योजनाओं के जरिये इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद पर सब्सिडी मिल सकती है, जिससे लोगों को सस्ती दरों पर ई-साइकल उपलब्ध कराई जाएगी।
कुछ सरकारी योजनाओं में पंजीकृत उपभोक्ताओं को इलेक्ट्रिक साइकल पर छूट, आसान किस्तें और विशेष रूप से शहरी गरीब व विद्यार्थियों के लिए निम्न ब्याज दर पर फाइनेंस की सुविधा भी दी जा रही है। हालांकि हर राज्य में स्कीम अलग-अलग हो सकती है, इसलिए खरीदने से पहले स्थानीय नियम और स्कीम्स जरूर जान लें।
टाटा ग्रुप की भूमिका और लक्ष्य
टाटा ग्रुप भारत में ग्रीन मोबिलिटी की दिशा में लगातार निवेश कर रहा है। कंपनी की योजना है कि 2025 तक 10 नए इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में लाए जाएं, जिसमें इलेक्ट्रिक साइकिल, कार और स्कूटर शामिल हैं। इलेक्ट्रिक साइकिल के ज़रिए टाटा शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हर वर्ग को ई-मोबिलिटी की ओर बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। इससे भारत के क्लीन एनर्जी लक्ष्य को भी मजबूती मिलेगी और प्रदूषण घटाने में मदद मिलेगी।
टाटा की सस्ती ई-साइकिल ने शहरों के साथ बड़े पैमाने पर युवाओं, कर्मचारियों और स्कूल जाने वाले बच्चों को आकर्षित किया है। किफायती दाम में टाटा ने “Stryder Zeeta Plus” मॉडल लांच किया है, जिसकी कीमत लगभग ₹39,999 रखी गई है। इस साइकल को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से बुक किया जा सकता है।
बुनियादी खूबियां और उपयोग
टाटा इलेक्ट्रिक साइकल में बैटरी पूरी तरह चार्ज होने पर लंबी दूरी तय की जा सकती है। साधारण चार्जर से इसे घर या ऑफिस में कहीं भी चार्ज किया जा सकता है। ज्यादातर ई-साइकल के लिए ड्राइविंग लाइसेंस की जरूरत नहीं होती, बशर्ते उनकी स्पीड और मोटर पावर लिमिट में हो। ये साइकिलें साधारण सड़क से लेकर हल्की ऑफ-रोडिंग तक चलाने लायक होती हैं, जिससे रोजमर्रा की जरूरतें आसानी से पूरी हो जाती हैं।
अगर आप सरकारी योजना के तहत टाटा इलेक्ट्रिक साइकल लेना चाहते हैं, तो इसके लिए स्थानीय डीलर या ऑनलाइन प्लेटफार्म पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के वक्त पहचान पत्र, पता प्रमाण पत्र और स्कीम का चयन करना जरूरी होता है।
निष्कर्ष
टाटा इलेक्ट्रिक साइकल आधुनिक भारत के लिए एक नई पहल है, जो सस्ती, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन का विकल्प प्रदान करती है। गवर्नमेंट स्कीम्स एवं टाटा की विश्वसनीयता इसे आम लोगों के लिए और भी सुलभ बनाती हैं। यदि आप ट्रैफिक, महंगे पेट्रोल और शोर से बचकर एक स्वस्थ और ग्रीन सफर चाहते हैं, तो टाटा इलेक्ट्रिक साइकल आपके लिए एक सही विकल्प है।