छात्रों के लिए यह सावन का महीना बहुत खास बन गया है। सावन का महीना वैसे भी हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है, कांवड़ यात्रा और भगवान शिव की पूजा के लिए यह समय आदर्श माना जाता है। इस बार छात्रों के लिए अच्छी खबर है क्योंकि सावन के खास मौके पर सरकार ने सभी स्कूलों में 3 दिन की छुट्टी घोषित कर दी है।
इस छुट्टी से बच्चों के साथ-साथ उनके परिवार भी खुश हैं, क्योंकि इस समय को वे धार्मिक उत्सव में शामिल होकर मना सकते हैं। चलिए जानते हैं सावन के इस स्पेशल अवकाश के बारे में विस्तार से। राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि सावन के अंतिम सप्ताह में सोमवार से बुधवार तक तीन दिन की लगातार छुट्टी रहेगी।
इसका कारण है सावन के आखिरी सोमवार के साथ जुड़े धार्मिक कार्यक्रम जिसमें हजारों की संख्या में लोग और बच्चे भाग लेते हैं। सरकार का मानना है कि इन दिनों धार्मिक स्थलों और सड़कों पर भारी भीड़ के कारण ट्रैफिक और सुरक्षा का प्रबंधन करना मुश्किल हो सकता है, इसलिए छात्रों के हित में अवकाश घोषित करना उचित रहा।
New School Holidays Alert: Latest Update
यह घोषणा राज्य सरकार की ओर से की गई है, जिससे सरकारी, निजी और सहायता प्राप्त सभी स्कूलों में अवकाश रहेगा। यह कोई स्कॉलरशिप या आर्थिक सहायता योजना नहीं है, बल्कि बच्चों की सुरक्षा और धार्मिक आस्था का सम्मान करते हुए शिक्षा विभाग द्वारा छुट्टी प्रदान की जा रही है।
इस योजना के तहत, सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि 28 जुलाई से 30 जुलाई 2025 तक किसी भी प्रकार की कक्षाएं या परीक्षा आयोजन नहीं होंगी। शिक्षक-स्टाफ को भी इन दिनों छुट्टी रहेगी। कुछ राज्यों में इसे लोकल स्तर पर भी बढ़ाया जा सकता है अगर धार्मिक कार्यक्रम दोबारा आयोजन के कारण ट्रैफिक या सार्वजनिक व्यवस्था में समस्या उत्पन्न हो। स्कूल प्रबंधन समिति और शिक्षा विभाग ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि बच्चे और उनके अभिभावक सावन के धार्मिक आयोजनों में बिना किसी चिंता के सम्मिलित हो सकें।
यह छुट्टी स्कूल कैलेंडर में से ही निर्धारित की गई है और विद्यार्थियों की परिक्षाओं पर कोई प्रभाव नहीं डाला जाएगा। शैक्षणिक सत्र के अन्य दिनों में पढ़ाई व कोर्स पूरा करने के लिए स्कूलों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। छुट्टी के इन तीन दिनों में बच्चों के लिए स्कूल परिसर पूरी तरह बंद रहेगा। किसी भी प्रकार की कोचिंग, ट्यूशन या अन्य शैक्षिक गतिविधि के लिए स्कूल भवन खोलने की अनुमति नहीं मिलेगी।
सरकार के मुताबिक, सावन में धार्मिक मेले, कांवड़ यात्रा व भजन-कीर्तन जैसे आयोजनों की वजह से रोड पर भारी भीड़ होती है। कई बार बस, ऑटो, टैक्सी आदि की कमी के कारण बच्चों के लिए स्कूल आना-जाना मुश्किल हो जाता है। भीड़भाड़ और जाम में सुरक्षा की दृष्टि से आदर्श यही समझा गया कि विद्यार्थियों को कुछ दिन आराम दिया जाये। इसके अलावा कोरोना जैसे संक्रमण के साए के बाद सरकार अब भी बड़ी भीड़ के मामलों में जागरूकता और एहतियात बरत रही है।
इस फैसले से सिर्फ छात्र-छात्राएं ही नहीं, स्कूल स्टाफ और अभिभावक भी संतुष्ट हैं। बच्चों के माता-पिता का कहना है कि अब वे निश्चिंत होकर धार्मिक कार्यक्रम में जा सकेंगे और बच्चों को भी सुरक्षित महसूस होगा। कई परिवार इस छुट्टी का उपयोग गांव या पैतृक स्थान जाकर सावन के मंगल अवसर पर सभी के साथ समय बिताकर करते हैं।
आवेदन प्रक्रिया
इस योजना की कोई अलग से आवेदन प्रक्रिया नहीं है, ये छुट्टी सभी विद्यार्थियों के लिए स्वतः मान्य है। केवल स्कूल डायरी या नोटिस बोर्ड के जरिए सभी को जानकारी दे दी गई है। अगर किसी स्कूल द्वारा इन निर्देशों का उल्लंघन किया जाता है, तो विभाग द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस फैसले का उद्देश्य छात्रों को मानसिक राहत, धार्मिक आयोजन में सहभागिता और सुरक्षा देना है।
छात्रों से अनुरोध किया गया है कि इन तीन दिनों का सही उपयोग करें। अपने त्योहार, धार्मिक स्थल की यात्रा करते समय कार्यक्रम के नियमों का पूरा ध्यान रखें और सुरक्षा का पालन करें। जिन्हें धार्मिक आयोजनों में जाने में रुचि नहीं है, वे इस समय को आराम, पढ़ाई दोहराने या परिवार के साथ बिताने में उपयोग कर सकते हैं।
निष्कर्ष
सावन के इस खास अवसर पर राज्य सरकार द्वारा लाया गया 3 दिन की स्कूल छुट्टी का फैसला छात्रों और अभिभावकों के लिए राहत देने वाला है। इससे बच्चों को धार्मिक आयोजन में भागीदारी व मानसिक राहत दोनों मिलेगी। यह कदम उनकी सुरक्षा, भावनाओं और समग्र विकास के लिए काफी लाभकारी सिद्ध होगा।