CBSE New Rule 2025: 7 सब्जेक्ट में नया फॉर्मेट और 10 ग्रेडिंग पॉइंट्स सिस्टम लागू, जानिए पूरा अपडेट

Published On: August 2, 2025
CBSE New Rule 2025

सीबीएसई ने 2025 में पहली से 10वीं तक के छात्रों के लिए नया नियम लागू किया है, जिससे पूरे देश में लाखों स्टूडेंट्स की पढ़ाई और परीक्षा प्रणाली में बदलाव आया है। यह नियम नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 के अनुसार बनाया गया है, ताकि छात्रों की समझ, विश्लेषणात्मक सोच और जीवन के लिए जरूरी स्किल्स को बेहतर बनाया जा सके। इस नई व्यवस्था से बच्चों को बेहतर अवसर, कम दबाव और अधिक पारदर्शिता मिलेगी।

सरकार ने इस बदलाव के ज़रिए परीक्षा प्रक्रिया को ज्यादा सरल, निष्पक्ष और बच्चों के हित में बनाया है।

CBSE New Rule 2025: Full Details

2025 में आई नई व्यवस्था के अंतर्गत, अब कक्षा 10 के छात्र बोर्ड परीक्षा साल में दो बार दे सकेंगे। पहली बार फरवरी में और दूसरी बार अप्रैल में परीक्षा होगी। छात्र अपनी इच्छा से इनमें से किसी भी एक या दोनों परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। सबसे अच्छे नंबर वाले प्रयास को ही फाइनल मार्कशीट में जोड़ा जाएगा। इससे बच्चों पर एक ही बार में अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव कम होगा और उन्हें अपनी गलतियों को सुधारने का भी अवसर मिलेगा।

नई स्कीम के तहत, अंक प्रणाली और मूल्यांकन में भी बदलाव हुआ है। अब आंतरिक मूल्यांकन (इंटरनल असेसमेंट), प्रोजेक्ट वर्क, असाइनमेंट और स्कूल के टेस्ट पूरे नंबरों में 40% हिस्सा रखेंगे, बाकी 60% बोर्ड एग्जाम के लिए रहेगा। इससे एक साल की मेहनत का मूल्यांकन परीक्षाफल में दिखेगा और बच्चों को केवल एक परीक्षा पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।

सीबीएसई ने यह भी साफ किया है कि बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए छात्रों को न्यूनतम 75% उपस्थिति ज़रूरी होगी। सिर्फ मेडिकल, स्पोर्ट्स या कुछ विशेष मामलों में ही छूट मिलेगी, जिसके लिए दस्तावेज़ देने होंगे। परीक्षा में बैठने के लिए प्रवेश पत्र (एडमिट कार्ड) और स्कूल आईडी कार्ड ले जाना अनिवार्य है, बिना इसके एग्जाम सेंटर में प्रवेश नहीं मिलेगा।

एग्जाम सेंटरों में सीसीटीवी कैमरे जरूरी कर दिए गए हैं, जिससे पारदर्शिता और नकल-मुक्त परीक्षा सुनिश्चित की जा सके। परीक्षा के लिए डिसिप्लिन, जवाबों की साज-सज्जा, और टाइम मैनेजमेंट जैसे नियमों की परीक्षा में सख्ती से निगरानी होगी। आंसर शीट पर क्यूआर कोड, नया रफ वर्क रूल और सख्त एंटी-चीटिंग उपाय लागू किए गए हैं।

करेंट अफेयर्स, ओलंपियाड या नेशनल/इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कंपटीशन में हिस्सा लेने वाले छात्रों को, जिनकी परीक्षा की तारीख इन इवेंट्स से टकराती है, उनके लिए विशेष परीक्षा की सुविधा दी जाएगी। इससे उनका शिक्षा और खेल—दोनों में तालमेल बैठाना आसान बनेगा।

बोर्ड द्वारा आराम से पढ़ाई के लिए ‘बेस्ट ऑफ फाइव’ नियम भी जारी रखा गया है। इसमें स्टूडेंट्स की सिर्फ टॉप पांच विषयों के नंबर को ही अंतिम प्रतिशत में काउंट किया जाता है। इससे बच्चों को उन विषयों में बेहतर प्रदर्शन करने का फायदा मिलेगा, जिनमें वे अच्छे हैं।

इन सभी बदलावों का मुख्य उद्देश्य बच्चों में रटने की आदत कम करना, जीवन में काम आने वाले कौशल बढ़ाना और परीक्षा का डर कम करना है। अब शिक्षा में एकरूपता, व्यावहारिकता और अवसरों की समानता लाई जा रही है।

सीबीएसई के नए नियम 2025 की मुख्य बातें

  • कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार होगी, सर्वश्रेष्ठ अंक वाले प्रयास को फाइनल मार्कशीट में जोड़ा जाएगा।
  • 75% उपस्थिति अनिवार्य है, बिना तीमारदारी या खेल के विशेष दस्तावेज़ छूट नहीं मिलेगी।
  • बोर्ड परीक्षा के अंक में 40% हिस्सा स्कूल वर्क, प्रोजेक्ट और असेसमेंट का रहेगा।
  • आंसर शीट पर क्यूआर कोड, सीसीटीवी कैमरे परीक्षा केंद्रों में लगे हैं।
  • बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति के तहत टॉप पांच विषयों के नंबर कुल प्रतिशत में माने जाएंगे।
  • सबसे ज्यादा फोकस अब एनालिटिकल, क्रिटिकल थिंकिंग और कॉम्पिटेंसी बेस्ड प्रश्नों पर होगा।
  • खेल या विशेष परीक्षाओं में व्यस्त बच्चों के लिए विशेष परीक्षा सुविधा।

यह स्कीम किसके लिए है और इसमें क्या फायदा मिलेगा?

सीबीएसई के यह नए नियम सभी कक्षा 1 से 10 तक के स्टूडेंट्स पर लागू हैं। इससे बच्चों को परीक्षा के बूझ से राहत मिलेगी, गलतियों को सुधारने का मौका मिलेगा, और शिक्षा व्यवस्था पारदर्शी व निष्पक्ष होगी।
सरकार की तरफ से इस स्कीम में परीक्षा केन्द्रों की सुरक्षा, शिक्षा की गुणवत्ता और सभी को समान अवसर देने पर जोर दिया गया है।

कैसे आवेदन करें

अगर आप बोर्ड परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं, तो—

  • स्कूल में नियमित रूप से पढ़ाई करें और कम-से-कम 75% उपस्थिति बनाएं।
  • स्कूल द्वारा दी गई प्रोजेक्ट वर्क, असाइनमेंट और इंटरनल टेस्ट को ध्यान से पूरा करें।
  • स्कूल से एडमिट कार्ड समय पर लें और परीक्षा के निर्धारित समय से पहले सेंटर पहुंचे।
  • जरूरी कागजात (शारीरिक अस्वस्थता या खेल में भागीदारी के प्रमाणपत्र) संभालकर रखें, जिससे आवश्यकता पड़ने पर पेश कर सकें।

निष्कर्ष

सीबीएसई का नया नियम 2025 शिक्षा जगत में बच्चों के तनाव को कम करने और उनमें आत्मविश्वास बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम है। इससे बच्चों को परीक्षा में खुलकर प्रदर्शन का मौका मिलेगा और वे अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार आगे बढ़ सकेंगे। नई व्यवस्था बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए शिक्षा का माहौल और बेहतर बनाने की ओर बढ़ रही है।

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