Bakri Palan Farm Yojana 2025: 5 आसान स्टेप में 1 सरकारी फंड—बकरी पालन शुरू करें, स्कीम आज ही पाएं

Published On: July 20, 2025
Bakri Palan farm yojana

भारत में रोज़गार और आय की समस्याएं हमेशा से ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सबसे बड़ी चुनौती रही हैं। खेती के अलावा पशुपालन भी गांव की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाता है। सरकार यह समझती है कि अगर ग्रामीण परिवारों को अतिरिक्त आय के साधन मिलें, तो उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। इसी सोच के तहत बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए “बकरी पालन फार्म योजना 2025” शुरू की गई है।

इस योजना के तहत केन्द्र और राज्य सरकारें किसानों, महिलाओं, बेरोजगार युवाओं और छोटे पशुपालकों को खुद का बकरी फार्म खोलने के लिए सब्सिडी, ट्रेनिंग और लोन जैसी सुविधाएं देती हैं। इससे लोगों को कम लागत में स्वरोजगार शुरू करने का मौका मिलता है और देश में दूध, मांस, ऊन जैसे उत्पादों की उपलब्धता भी बढ़ती है। बकरी पालन खासतौर पर ऐसे किसानों के लिए फायदेमंद है जिनके पास सीमित ज़मीन है या जो थोड़ा निवेश कर शुरूआत करना चाहते हैं।

Bakri Palan Farm Yojana

बकरी पालन फार्म योजना 2025 देशभर में ग्रामीण, पिछड़े वर्ग, महिला, अनुसूचित जाति-जनजाति आदि को स्वरोजगार और पशुपालन से जोड़ने के लिए शुरू की गई सरकारी योजना है। इस योजना का प्रमुख उद्देश्य गांव-गांव में पशुधन की संख्या बढ़ाना, किसानों-युवाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करना है।

सरकार इस योजना के जरिए फार्म की कुल लागत का 50% से 60% तक अनुदान (सब्सिडी) देती है, यानी आपकी लागत का आधा या उससे ज्यादा हिस्सा सरकार भरेगी। बची हुई रकम किसान, पशुपालक या युवा खुद लगाते हैं या बैंक लोन लेकर पूरा कर सकते हैं। इसके अलावा पशुपालकों को यूनिट लगाने, नस्ल सुधार, बीमारियों की रोकथाम और तकनीकी जानकारी देने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाती है।

किस-किसको कितना लाभ?

बकरी पालन फार्म योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें सभी वर्गों को मौका दिया गया है। सामान्य, महिला, युवा, अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी भी उम्मीदवार को अनुदान का लाभ मिल सकता है। सामान्य वर्ग और महिलाओं को 50% तक सब्सिडी मिलती है, जबकि अनुसूचित जाति-जनजाति को 60% तक का अनुदान मिलता है।

योजना के तहत छोटे किसानों को लगभग 10 लाख रुपये तक, मध्यम किसानों को 20 लाख रुपये तक और बड़े लगाव वाले किसानों को 50 लाख रुपये तक लोन व सब्सिडी की सुविधा दी जाती है। मसलन, उत्तर प्रदेश में एक किसान को 20 लाख से 1 करोड़ तक का लोन और 50% सब्सिडी मिल सकती है, जबकि बिहार में 20 बकरी और 1 बकरा के लिए 1.21 लाख तथा 40 बकरी-2 बकरा के यूनिट के लिए 2.66 लाख रुपये तक अनुदान मिल सकता है। SC-ST वर्ग को अधिकतम 7.82 लाख तक का अनुदान मिलता है।

इस योजना में बकरी फार्म की कैटेगरी के अनुसार अनुदान तय किया जाता है। जैसे 20 बकरी + 1 बकरा, 40 बकरी + 2 बकरा, 100 बकरी + 5 बकरा फार्म की पूरी लागत पर सरकार से अनुदान मिलता है।

आवेदन कैसे करें? (Step by Step)

अगर आप बकरी पालन फार्म योजना 2025 के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो इसके लिए जरूरी है कि आप अपने राज्य की पात्रता और गाइडलाइन को देखें। आवेदन ऑनलाइन और कई बार ऑफलाइन मोड में भी किए जाते हैं। सामान्यत: आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार है:

  • सबसे पहले अपने राज्य के पशुपालन विभाग या संबंधित जिलो की पोर्टल पर जाएं।
  • योजना से संबंधित आवेदन फॉर्म डाउनलोड या ऑनलाइन भरें।
  • जरूरी दस्तावेज जैसे– आधार कार्ड, बैंक खाता डिटेल, पासपोर्ट फोटो, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो), निवास प्रमाण पत्र, जमीन के कागज, आय प्रमाण पत्र तैयार रखें।
  • आवेदन फॉर्म को सही-सही भरें और सभी दस्तावेज संलग्न कर सबमिट करें।
  • आवेदन की पुष्टि और आगे की सूचना के लिए मोबाइल नंबर रजिस्टर करें।
  • आवेदन स्वीकार होने के बाद बैंक लोन, सब्सिडी, ट्रेनिंग जैसी सुविधाएं संबंधित विभाग या बैंक के जरिए मिलती हैं।

कौन कर सकता है आवेदन?

  • आवेदक की उम्र आमतौर पर 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • वह संबंधित राज्य का स्थायी निवासी हो।
  • उसके पास न्यूनतम जमीन या बकरी फार्म के लिए जगह हो।

सरकार क्या-क्या देती है?

बकरी पालन योजना के तहत सिर्फ वित्तीय मदद ही नहीं, बल्कि शुरूआत से लेकर फॉर्म की देखभाल, पशुओं की नस्ल का सुधार, बीमारी से बचाव, यूनिट की निगरानी जैसी तकनीकी सुविधाएं भी मुहैया कराई जाती हैं। दो किस्तों में सब्सिडी दी जाती हैः एक यूनिट शुरू होने पर, दूसरी प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद।

बकरी पालन योजना से क्या फायदे हैं?

सबसे बड़ा फायदा यह है कि गांव के लोग अब अपना खुद का स्वरोजगार शुरू कर, खेती के अलावा भी सालाना लाखों तक की आय कर सकते हैं। महिलाओं, गरीबों और युवा किसानों को स्थायी आजीविका मिलती है। इससे ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होने के साथ-साथ दूध, मांस, ऊन का उत्पादन बढ़ता है और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है।

निष्कर्ष

बकरी पालन फार्म योजना 2025 ग्रामीण लोगों, महिलाओं और बेरोजगार युवाओं के लिए एक बेहतरीन अवसर है। सरकार के मार्गदर्शन और आर्थिक सहयोग से बकरी पालन करके आप अपने सपनों को साकार कर सकते हैं और आत्मनिर्भर बन सकते हैं। यह योजना देश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था और रोजगार व्यवस्था में बदलाव लाने में मददगार साबित हो रही है।

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