Indian Railways New Rules: सिर्फ 2 दिन बाकी, 5 नए नियम और 8 सुविधाएं बना सकती हैं आपका सफर स्वर्ग जैसा

Published On: July 23, 2025
Indian Railways New Rules

भारतीय रेलवे देश की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण परिवहन प्रणालियों में से एक है, जो हर दिन लाखों यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती है। यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे लगातार अपने नियमों और नीतियों में सुधार करता रहता है। 1 अगस्त 2025 से भारतीय रेलवे ने कुछ बड़े बदलाव और नए नियम लागू करने का फैसला किया है जो यात्रियों के लिए यात्रा को सरल, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाएंगे।

ये बदलाव विशेष रूप से टिकट बुकिंग प्रक्रिया, वरिष्ठ नागरिकों तथा विकलांग यात्रियों के लिए नई सुविधाएं, टिकट चार्टिंग समय और टिकट किरायों में संशोधन से संबंधित हैं। भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं, 45 वर्ष से ऊपर की महिलाओं और विकलांग यात्रियों के लिए सुविधाओं को बढ़ावा देते हुए लोअर बर्थ (निचली सीट) आरक्षण व्यवस्था को लागू किया है। इसके अलावा, ऑनलाइन टिकट बुकिंग प्रणाली में संशोधन किया गया है जिससे टिकट बुकिंग में पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़े।

इन बदलावों का उद्देश्य रेलवे यात्रा को अधिक न्यायसंगत और यात्रियों के लिए अनुभव को सुधारा हुआ बनाना है।

Indian Railways New Rules: Full Details

1. टिक्ट बुकिंग में आधार आधारित OTP सत्यापन अनिवार्य होगा

1 अगस्त 2025 से टाटकाल टिकट बुकिंग के लिए आधार संख्या से लिंक्ड मोबाइल नंबर पर OTP सत्यापन करना अनिवार्य हो जाएगा। इस नई व्यवस्था का उद्देश्य टिकट बुकिंग में बोट्स और एजेंटों की भूमिका को कम कर यथार्थ यात्रियों को ही टिकट मिले यह सुनिश्चित करना है। IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है जहां यात्रियों को बुकिंग के समय OTP सत्यापन पूरा करना होगा। इसके साथ ही एजेंटों को पहले 30 मिनट के अंदर टाटकाल टिकट बुकिंग की अनुमति नहीं होगी, जिससे असली यात्री अधिकतम लाभ उठा सकें। यह व्यवस्था टिकट बुकिंग प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी तथा सुरक्षित बनाएगी।

2. वरिष्ठ नागरिकों और विकलांगों के लिए नई सुविधाएं

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में घोषणा की है कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों, गर्भवती महिलाओं, 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं तथा विकलांग यात्रियों को लोअर बर्थ में आरक्षण की विशेष सुविधा दी जाएगी। इसका मतलब यह है कि अब स्लीपर क्लास, सेकंड एसी तथा थर्ड एसी सभी वर्गों में विशेष रूप से कुछ सीटें निचली सीट के रूप में आरक्षित रहेंगी ताकि ये यात्रियों को यात्रा के दौरान आराम मिले। निचली सीट मिलने से वरिष्ठ नागरिकों और विकलांगों को यात्रा में चढ़ाई-उतराई जैसी मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा और उनका सफर सुगम होगा।

3. वेटिंग टिकट वालों का नियम बदलना

रेलवे ने यह भी निर्णय लिया है कि अब जिन यात्रियों के टिकट की स्थिति वेटिंग लिस्ट (वेटिंग टिकट) में होगी, वे स्लीपर और AC कोचों में यात्रा नहीं कर सकेंगे। उन्हें जनरल क्लास में ही सफर करना होगा। यह नई व्यवस्था 1 मई 2025 से लागू हो चुकी है। इसका उद्देश्य वेटिंग टिकट धारण करने वाले यात्रियों को साफ-सुथरी और प्रशासनीय व्यवस्था देना है, ताकि ट्रेन में ओवरक्राउडिंग न हो और टिकट नियमों का सही पालन हो। इसके अतिरिक्त, IRCTC ऑनलाइन बुकिंग में यदि टिकट वेटिंग में रहता है, तो वो ऑटोमेटिक रूप से कैंसिल हो जाएगा।

4. टिकट चार्टिंग का समय बढ़ाया जाना

भारतीय रेलवे ने टिकट रिजर्वेशन चार्ट तैयार करने के समय को भी बढ़ाने का प्रावधान किया है। अब ट्रेन के चलने से करीब आठ घंटे पहले ही आरक्षण चार्ट तैयार किया जाएगा। इससे यात्रियों को अधिक समय तक सीट बुक करने या बदलाव करने का अवसर मिलेगा। यह नियम विशेष रूप से तीव्र और मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए लागू होगा। इस बदलाव से अचानक टिकटों में कटौती या सीटों में परिवर्तन की संभावना कम हो जाएगी और यात्रियों को सफर में सुविधा और अधिक बढ़ेगी।

5. टिकट किराया में मामूली वृद्धि

1 जुलाई 2025 से रेलवे ने टिकट किराए में एक मामूली वृद्धि की है, जो कई सालों बाद पहली बार हो रही है। इसमें गैर-एसी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए प्रति किलोमीटर 1 पैसा वृद्धि रखी गई है और एसी क्लासों के लिए प्रति किलोमीटर 2 पैसे बढ़ाए गए हैं। हालांकि, उपनगरीय यात्रियों और 500 किलोमीटर तक की दूरी की दूसरी श्रेणी के टिकटों पर कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। इससे यात्री प्रभावित होते हुए भी रेलवे को अपनी सेवाओं में सुधार और बेहतर रखरखाव के लिए आवश्यक संसाधन प्राप्त होंगे।

ये सभी नियमन सरकार की यात्री केंद्रित रणनीति का हिस्सा हैं

भारतीय रेलवे की यह नई योजना यात्रियों विशेषकर वरिष्ठ नागरिक, विकलांग और गर्भवती महिलाओं को प्राथमिकता देने वाली है। आधार आधारित सत्यापन और टिकट बुकिंग के कड़े नियम यात्रियों को बोट्स और एजेंटों की मनमानी से बचाने के लिए हैं। साथ ही टिकट चार्टिंग में बदलाव और किराया संशोधन से कई स्तरों पर सुधार होगा। इन नियमों के अंतर्गत IRCTC तथा रेलवे सूचना प्रौद्योगिकी विभाग को आवश्यक अपडेट्स किये जा रहे हैं ताकि नई व्यवस्था सुचारू रूप से चले।

निष्कर्ष

1 अगस्त 2025 से लागू होने वाले ये पांच महत्वपूर्ण नियम भारतीय रेलवे को और अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और यात्रियों के अनुकूल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। खासतौर से वरिष्ठ नागरिकों और विकलांगों के लिए नई सुविधाएँ यात्रा को आरामदायक बनाएंगी। नया आधार आधारित OTP सत्यापन प्रणाली टिकट बुकिंग को निष्पक्ष बनाकर आम यात्रियों के लिए टिकट मिलना आसान करेगी। इन सुधारों से भारतीय रेलवे में यात्रियों का विश्वास और संतोष दोनों बढ़ने की उम्मीद है।

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