Jal Jeevan Mission Yojana List: नई लिस्ट जारी – क्या आपके गांव को मिलेगा फ्री नल कनेक्शन?

Published On: July 22, 2025
Jal Jeevan Mission Yojana List

भारत में ग्रामीण इलाकों के लोगों को सुरक्षित और पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध कराने की चुनौती हमेशा से रही है। ग्रामीण परिवारों की महिलाओं और बच्चों को अक्सर पानी लाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी, जिससे उनका समय और स्वास्थ्य दोनों प्रभावित होते थे। इसी समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने जल जीवन मिशन (JJM) की शुरुआत की, जिससे हर ग्रामीण घर तक नल के जरिए शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा सके।

जल जीवन मिशन का उद्देश्य सभी ग्रामीण परिवारों को बीच-बीच में और दीर्घकालिक तौर पर पानी की समस्या से निजात दिलाना है। योजना का फोकस सिर्फ नल कनेक्शन देना नहीं बल्कि पानी की गुणवत्ता, उसके स्रोत की स्थिरता, जल संरक्षण, और ग्रामीण समुदायों की भागीदारी पर भी है, जिससे बदलाव जमीनी स्तर तक पहुंचे।

Jal Jeevan Mission Yojana: Detailed Features

जल जीवन मिशन (JJM) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसे 15 अगस्त 2019 को शुरू किया गया था। इसका मुख्य मकसद है कि 2024 तक देश के प्रत्येक ग्रामीण घर में नल से जल (Functional Household Tap Connection-FHTC) उपलब्ध हो जाए। योजना का लक्ष्य था कि 16 करोड़ अतिरिक्त ग्रामीण परिवारों को नल का कनेक्शन मिले, और करीब 19 करोड़ ग्रामीण परिवारों को सीधा फायदा पहुँचे। इस मिशन की वजह से ग्रामीण-शहरी इलाकों के बीच पानी की उपलब्धता का फासला कम हो सकेगा।

जब यह योजना शुरू हुई थी, तब सिर्फ 17% (करीब 3.23 करोड़) ग्रामीण घरों में ही नल जल की सुविधा थी। अब, मिशन के तहत लगभग 80% से ज़्यादा ग्रामीण परिवारों तक नल से जल पहुँच चुका है। हाल ही में सरकार ने योजना की समय-सीमा बढ़ाकर 2028 कर दी है, ताकि बचे हुए सभी परिवारों तक भी यह सुविधा पहुँचाई जा सके।

केंद्र सरकार इस योजना को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ मिलकर लागू करती है। हर गांव, ब्लॉक और जिले में जल आपूर्ति को लेकर खास रणनीति बनाई जाती है जिसमें पंचायत की सक्रिय भूमिका रहती है। योजना के नोडल मंत्रालय के तौर पर जल शक्ति मंत्रालय के तहत पेयजल और स्वच्छता विभाग कार्य करता है।

योजना का दायरा और सुविधाएँ

जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के हर परिवार को नल के जरिए शुद्ध पानी उपलब्ध करवाने के लिए आधारभूत ढांचे का निर्माण, पानी के स्रोतों को विकसित करने, मौजूदा जल योजनाओं को मज़बूत करने, गुणवत्ता की जांच और रखरखाव को प्राथमिकता दी जाती है।
इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को प्रति दिन कम-से-कम 55 लीटर पानी उपलब्ध कराने का मानक तय किया गया है, जिससे न केवल पीने बल्कि रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी पर्याप्त पानी मिल सके।

मिशन सफलतापूर्वक देश के 188 जिलों में 15 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को नल से जल उपलब्ध करा चुका है, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य में भी जबरदस्त सुधार हुआ है। पानी की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाता है, और इसके लिए नियमित जांच, मॉनिटरिंग, और फीडबैक सिस्टम लागू किए गए हैं। योजना में पानी के श्रोतों की स्थिरता, वर्षा जल संचयन और सामुदायिक भागीदारी जैसे तत्व भी शामिल हैं।

जल जीवन मिशन योजना लिस्ट: कैसे देखें नई लिस्ट?

हर साल और हर महीने जल जीवन मिशन के तहत नल कनेक्शन पाए हुए नए परिवारों की सूची जारी की जाती है। यह लिस्ट गांव, ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर तैयार की जाती है, जिससे पता चलता है कि किस इलाके के कितने घरों में अब तक जल कनेक्शन पहुंचा है।
इस लिस्ट को बनाने और अपडेट रखने के लिए सरकार ने डिजिटल निगरानी प्रणाली एवं मोबाइल ऐप का इस्तेमाल शुरू किया है, जिससे पारदर्शिता और जिम्मेदारी सुनिश्चित हो सके।

अब, जल जीवन मिशन की नई लिस्ट हर जिले और गांव के अनुसार पंचायतों में सार्वजनिक की जाती है। अगर आप देखना चाहते हैं कि आपके गांव या जिले में कितने परिवारों को अभी तक नल जल मिल चुका है, या आप जल जीवन मिशन की लिस्ट में शामिल हैं या नहीं, तो आपको अपने ग्राम पंचायत कार्यालय या ब्लॉक ऑफिस में संपर्क करना चाहिए। वहाँ आपको नई सूची आसानी से मिल जाएगी।

कौन-कौन उठा सकता है योजना का लाभ?

  • सभी ग्रामीण परिवार, जिनके घर में अभी तक नल का जल कनेक्शन नहीं है
  • योजना के लिए व्यक्तिगत तौर पर आमतौर पर आवेदन करने की जरूरत नहीं होती
  • सरकार अपनी ड्राइव के तहत हर गांव व घर का सर्वे कर कनेक्शन देती है
  • पात्रता के लिए पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड या अन्य सरकारी पहचान पत्र की जरूरत होती है
  • अगर आपके क्षेत्र में यह योजना अभी नहीं पहुँची तो आप ग्राम पंचायत से संपर्क कर सकते हैं

योजना के प्रमुख लाभ

जल जीवन मिशन ने ग्रामीण इलाकों में लोगों की सेहत बेहतर की है क्योंकि शुद्ध पानी से पानीजनित बीमारियाँ (जैसे हैजा, डायरिया) काफी हद तक नियंत्रित हुई हैं। छोटे बच्चों की मौत के आंकड़े भी कम हुए हैं।

समय की बचत और महिलाओं का सशक्तिकरण हुआ है, क्योंकि अब उन्हें दूर-दराज से पानी नहीं लाना पड़ता। साथ ही, पानी मिलने से घर, खेत, स्कूल व आंगनवाड़ी में साफ-सफाई भी बनी रहती है।

इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन का स्तर उठ रहा है, और लोगों में आत्मसम्मान की भावना जागी है।

निष्कर्ष

जल जीवन मिशन योजना ने गांव-गांव में पेयजल के सपने को हकीकत में बदला है। हर साल जारी होने वाली नई लिस्ट से पारदर्शिता बनी रहती है, और लोगों का भरोसा योजना पर बढ़ता है। जब तक हर घर में नल से शुद्ध पानी नहीं पहुँच जाता, सरकार का प्रयास जारी रहेगा, जिससे देश के हर हिस्से में ‘हर घर जल’ का सपना पूरा हो सके।

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