आज के समय में भी कई परिवारों में बेटियों की शिक्षा और उनके अधिकारों को लेकर जागरूकता की कमी है। आर्थिक तंगी के कारण कई बार बेटियों को स्कूल छोड़ना पड़ता है या उनकी शादी जल्दी कर दी जाती है। ऐसे में सरकार की तरफ से कई योजनाएं शुरू की गई हैं, जिनका मकसद बेटियों को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करना और उनके भविष्य को सुरक्षित बनाना है।
महाराष्ट्र सरकार ने भी इसी दिशा में एक अहम कदम उठाया है। सरकार ने ‘लेक लाडकी योजना’ (Lek Ladki Yojana) की शुरुआत की है, जिसका मुख्य उद्देश्य बेटियों को शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए आर्थिक सहायता देना है। इस योजना के तहत बेटियों के नाम पर 1,01,000 रुपये की राशि दी जाती है, जिससे वे अपनी पढ़ाई और आगे के विकास के लिए इसका इस्तेमाल कर सकें।
Lek Ladki Yojana 2025: Detailed Features
लेक लाडकी योजना महाराष्ट्र सरकार द्वारा 1 अप्रैल 2023 से शुरू की गई एक विशेष योजना है। इस योजना का मकसद समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ाना, उनकी शिक्षा को बढ़ावा देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। योजना के तहत राज्य के गरीब और जरूरतमंद परिवारों की बेटियों को जन्म से लेकर 18 साल की उम्र तक कुल 1,01,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है।
इस योजना के तहत राशि पांच किस्तों में दी जाती है। पहली किस्त बेटी के जन्म पर 5,000 रुपये, दूसरी किस्त पहली कक्षा में प्रवेश पर 6,000 रुपये, तीसरी किस्त छठी कक्षा में 7,000 रुपये, चौथी किस्त 11वीं कक्षा में 8,000 रुपये और आखिरी किस्त 18 साल की उम्र पूरी होने पर 75,000 रुपये मिलते हैं। इस तरह, बेटी की पढ़ाई और विकास के हर महत्वपूर्ण पड़ाव पर सरकार उसकी मदद करती है।
लेक लाडकी योजना का लाभ
लेक लाडकी योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं परिवारों को मिलता है जिनकी सालाना आय 1 लाख रुपये से कम है और जिनके पास महाराष्ट्र का येलो या ऑरेंज राशन कार्ड है। यह योजना सिर्फ उन्हीं बेटियों के लिए है जो 1 अप्रैल 2023 के बाद पैदा हुई हैं। एक परिवार में एक या दो बेटियों को ही इस योजना का लाभ मिल सकता है। अगर परिवार में पहले से एक बेटा है और बाद में बेटी पैदा होती है, तो भी बेटी को योजना का लाभ मिलेगा।
इस योजना के तहत माता-पिता को कुछ शर्तें भी पूरी करनी होती हैं। जैसे, तीसरी किस्त के लिए परिवार नियोजन का प्रमाण पत्र देना जरूरी है। अगर दूसरी डिलीवरी में जुड़वां बेटियां होती हैं, तो दोनों को लाभ मिल सकता है, लेकिन इसके बाद माता-पिता को परिवार नियोजन कराना जरूरी है। इसके अलावा, 18 साल की उम्र में अंतिम किस्त पाने के लिए लड़की का अविवाहित होना जरूरी है।
आवेदन प्रक्रिया
योजना का आवेदन प्रक्रिया भी काफी सरल है। बेटी के जन्म के बाद माता-पिता को अपने क्षेत्र की आंगनवाड़ी सेविका के पास आवेदन करना होता है। आवेदन के साथ जरूरी दस्तावेज जैसे बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, परिवार की आय प्रमाण पत्र, माता-पिता और बेटी का आधार कार्ड, बैंक पासबुक, राशन कार्ड आदि जमा करने होते हैं। आंगनवाड़ी सेविका आवेदन की जांच करती हैं और आगे संबंधित अधिकारियों को भेजती हैं। आवेदन की पूरी प्रक्रिया दो महीने के भीतर पूरी की जाती है, ताकि लाभार्थी को समय पर सहायता मिल सके।
लेक लाडकी योजना का मुख्य उद्देश्य
लेक लाडकी योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देना, बाल विवाह और बालिका मृत्यु दर को कम करना, और समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच को मजबूत करना है। इस योजना से न सिर्फ बेटियों को पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद मिलती है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और भविष्य को भी सुरक्षित किया जाता है।
इस योजना के तहत सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी लाभार्थी परिवार महाराष्ट्र राज्य के निवासी हों और उनका बैंक अकाउंट भी महाराष्ट्र में ही हो। साथ ही, आवेदन के समय सभी दस्तावेज सही और पूरे होने चाहिए, ताकि किसी भी तरह की परेशानी न हो।
निष्कर्ष
लेक लाडकी योजना महाराष्ट्र सरकार की एक बहुत ही सराहनीय पहल है, जो बेटियों की शिक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है। इससे न सिर्फ बेटियों को पढ़ाई में मदद मिलती है, बल्कि उनका भविष्य भी सुरक्षित होता है। अगर आपके घर में बेटी का जन्म 1 अप्रैल 2023 के बाद हुआ है और आप योजना की शर्तें पूरी करते हैं, तो जरूर इसका लाभ उठाएं और अपनी बेटी के उज्जवल भविष्य की नींव रखें।