एलपीजी गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों ने आम जनता की चिंता बढ़ा दी थी। महंगाई के इस दौर में घरों की रसोई गैस महंगी होने से लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हुई। इसी बीच एक बड़ी खुशखबरी आई है कि अब कई राज्यों की सरकारों ने एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत को ₹450 तक कम करने का निर्णय लिया है।
यह पहल खासकर उन जरूरतमंद परिवारों के लिए राहत का सबब बनी है जो बढ़ती गाड़ियों की कीमत में खुद को असहाय महसूस कर रहे थे। इस योजना के तहत राशन कार्ड धारक घराने और उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को इस सब्सिडी का लाभ मिलेगा। राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसी राज्यों की सरकारों ने इस योजना को लागू करते हुए एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमत को सीधे ₹450 पर लाने का निर्णय लिया है।
इससे पहले यह सुविधा केवल प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत पात्र परिवारों को मिल रही थी। अब इसे व्यापक स्तर पर बढ़ा दिया गया है ताकि अधिक से अधिक गरीब और मध्यम वर्ग के परिवार इसका फायदा उठा सकें। इस योजना के तहत पात्र उपभोक्ताओं को पहले गैस सिलेंडर की पूर्ण कीमत चुकानी होगी, लेकिन सरकार उनसे सब्सिडी रकम सीधे बैंक खाते में वापस कर देगी।
LPG Gas Cylinder Rate: Latest Update
यह योजना दो प्रमुख राज्यों — राजस्थान और मध्य प्रदेश — की सरकारों द्वारा लागू की गई है। मकसद घरों तक घरेलू रसोई गैस को सस्ते दामों पर पहुंचाना है ताकि बढ़ती महंगाई के दबाव में गरीब परिवारों को राहत मिल सके। इस योजना के तहत अब उपभोक्ताओं को एलपीजी गैस सिलेंडर की वर्तमान बाजार कीमत यानी लगभग ₹820 के बजाय केवल ₹450 भुगतान करना होगा।
राजस्थान में इस योजना के लिए एक महत्वपूर्ण शर्त है कि LPG कनेक्शन धारक को अपने राशन कार्ड को अपनी LPG आईडी से लिंक करना होगा। केवल इसी कंडीशन पर वह ₹450 की सब्सिडी प्राप्त कर सकेगा। इससे पहले यह सब्सिडी केवल प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) और बीपीएल कार्ड धारकों को मिलती थी, लेकिन अब सभी राशन कार्ड धारक इसका लाभ उठा सकते हैं।
मध्य प्रदेश सरकार भी शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में इसी प्रकार की योजना पर काम कर रही है। वहाँ “लड़ली बहना” नामक योजना के अंतर्गत लगभग 40 लाख महिलाओं को LPG सिलेंडर ₹450 में उपलब्ध कराने की योजना है। इस योजना में सरकार बाकी की कीमत सरकार सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर करती है। इससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और घरेलू ईंधन की लागत में भारी कमी आएगी।
इस योजना का उद्देश्य और लाभ
इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को रसोई गैस की बढ़ती लागत से बचाना है। अब तक LPG सिलेंडर की कीमत में लगातार वृद्धि हो रही थी, जो परिवारों पर आर्थिक बोझ बढ़ा रही थी। इस योजना से उन्हें तुरंत राहत मिलेगी और वे सस्ते दामों पर सिलेंडर खरीद पाएंगे।
सरकारें इस योजना को लागू करके न सिर्फ घरेलू जरूरतों की पूर्ति आसान कर रही हैं, बल्कि उर्जा संरक्षण के साथ-साथ प्रदूषण भी कम करना चाहती हैं। LPG सिलेंडरों की अधिक पहुंच से लकड़ी व अन्य प्रदूषित ईंधनों का इस्तेमाल कम होगा, जिससे पर्यावरण को भी फायदा होगा।
योजना के लिए कैसे करें आवेदन?
राजस्थान में इस योजना का लाभ लेने के लिए उपभोक्ताओं को अपनी LPG कनेक्शन आईडी को अपने राशन कार्ड से लिंक करना होगा। इसके लिए उपभोक्ता राजस्थानी राशन डिपो या गैस एजेंसी से संपर्क कर सकते हैं या मोबाइल ऐप्स के माध्यम से लिंकिंग करा सकते हैं। इसके बाद उपभोक्ता को सब्सिडी राशि सीधे उनके बैंक खाते में मिलती रहेगी।
मध्य प्रदेश में “लड़ली बहना” योजना के लाभार्थी जिनके पास PMUY कनेक्शन हैं, वे स्वचालित रूप से इस योजना के अंतर्गत ₹450 कीमत पर गैस सिलेंडर प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए किसी अतिरिक्त आवेदन की जरूरत नहीं है, लेकिन अपने खाते की जानकारी अपडेट रखना आवश्यक है।
योजना से जुड़ी विशेष बातें
- यह योजना सरकार की सामाजिक कल्याण नीति का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य गरीबी रेखा के नीचे एवं मध्यम आय वर्ग को सस्ते दामों पर ऊर्जा सामग्री उपलब्ध कराना है।
- दोनों राज्यों ने इस योजना को व्यापक बनाकर और ज्यादा लोगों को शामिल कर उज्ज्वला योजना के दायरे को बढ़ाया है।
- सरकार की तरफ से सब्सिडी राशि का सीधा भुगतान बैंक खातों में किया जाना पारदर्शिता को बढ़ाता है और दुरुपयोग की संभावना कम करता है।
- यह योजना महामहामारी के बाद मजदूरों और कम आय वाले परिवारों को राहत देने का भी एक कदम माना जा रहा है।
निष्कर्ष
एलपीजी गैस सिलेंडर को मात्र ₹450 में उपलब्ध कराने वाली यह योजना आम जनता, खासकर गरीब परिवारों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है। बढ़ती महंगाई के दौर में यह कदम जनसंख्या के आर्थिक बोझ को कम करने का एक प्रभावी प्रयास है। उपभोक्ता अब अपने राशन कार्ड और LPG कनेक्शन को लिंक करके इस योजना का लाभ उठा सकते हैं और सस्ती गैस सिलेंडर का आनंद ले सकते हैं। इससे न केवल घरेलू खर्चों में बचत होगी, बल्कि साफ-सुथरे ईंधन के उपयोग से स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिहाज से भी बेहतर स्थितियां बनेंगी।