आज के समय में रसोई गैस हर घर की जरूरत बन गई है। रसोई गैस यानी LPG सिलेंडर की कीमतों में हर साल बढ़ोतरी देखने को मिलती है, जिससे आम आदमी की जेब पर सीधा असर पड़ता है। ऐसे में सरकार द्वारा दी जाने वाली LPG गैस सब्सिडी आम परिवारों को कुछ राहत देती है।
हाल ही में खबरें आई हैं कि सरकार ने फिर से एलपीजी उपभोक्ताओं के खाते में सब्सिडी का पैसा भेजना शुरू कर दिया है, जिससे लाभार्थियों को सिलेंडर खरीदने में थोड़ी आसानी होगी। सरकार की इस पहल का उद्देश्य साफ है – हर परिवार के किचन तक स्वच्छ गैस कनेक्शन पहुंचाना और रसोई गैस के महंगे होते दामों से राहत देना। खासतौर पर, गरीब और मध्यम वर्ग की महिलाओं को लकड़ी व कोयले के धुएं से बचाने के लिए LPG सब्सिडी स्कीम चलाई गई है।
बहुत से लोगों को इस स्कीम के बारे में पूरी जानकारी नहीं होती, इसी वजह से कई बार वे अपना सब्सिडी स्टेटस चेक भी नहीं कर पाते।
LPG Gas Subsidy: Latest Details
एलपीजी गैस सब्सिडी भारत सरकार की एक वित्तीय सहायता योजना है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि आम और गरीब परिवार बिना किसी आर्थिक बोझ के घर में LPG सिलेंडर का इस्तेमाल कर सकें। LPG सिलेंडर खरीदते समय ग्राहक को बाजार मूल्य चुकाना होता है, लेकिन उसके बाद तय सब्सिडी की राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। यह सब्सिडी राशि केंद्र सरकार PAHAL (प्रत्यक्ष हस्तांतरण लाभ – Direct Benefit Transfer, DBT) स्कीम के तहत देती है।
सरकार की इस स्कीम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि सब्सिडी का पैसा सीधे उपभोक्ता के खाते में भेजा जाता है, जिससे बिचौलियों की भूमिका पूरी तरह से खत्म हो जाती है और पारदर्शिता बनी रहती है। यह सब्सिडी केवल उन्हीं परिवारों को मिलती है जिनकी वार्षिक आय ₹10 लाख से कम है, ताकि वास्तविक जरूरतमंदों तक इसका लाभ पहुंचे।
सरकार ने 2015 से सीधे लाभ अंतरण योजना (DBT) की शुरुआत की थी। इसके तहत करीब 30 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों को जोड़ा जा चुका है। हरेक साल सरकार बजट में LPG सब्सिडी के लिए हजारों करोड़ रुपये का प्रावधान करती है। उदाहरण के लिए, वर्ष 2025-26 के बजट में LPG सब्सिडी के लिए लगभग ₹12,100 करोड़ रुपये रखे गए हैं।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का योगदान
LPG सब्सिडी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) के लिए भी निर्धारित है। यह योजना 2016 से शुरू की गई थी, जिससे देश के गरीब परिवारों, खासकर ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को मुफ्त LPG कनेक्शन और सब्सिडी मिले। इस योजना के तहत कनेक्शन के लिए सरकार द्वारा सीधे वित्तीय सहायता दी जाती है – 14.2 किलो सिलेंडर पर ₹2200 और 5 किलो सिलेंडर पर ₹1300 तक की मदद मिलती है।
मौजूदा समय में 10 करोड़ से ज्यादा उज्ज्वला लाभार्थी हर सिलेंडर पर ₹300 तक की सब्सिडी पा रहे हैं। यह रकम हर खरीदे गए सिलेंडर के बाद अपने आप लाभार्थी के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो जाती है।
एलपीजी सब्सिडी की रकम कितनी मिलती है?
एलपीजी सब्सिडी की राशि हर जगह और समय के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है। आम तौर पर, एक सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी लगभग ₹10 से ₹300 के बीच हो सकती है, जो उज्ज्वला लाभार्थियों के लिए अधिक है जबकि सामान्य उपभोक्ताओं के लिए यह बाजार मूल्य और सरकारी दर में अंतर के अनुसार बदलती रहती है। सरकार एक साल में अधिकतम 12 सिलेंडरों तक सब्सिडी की सीमा निर्धारित करती है।
सब्सिडी का पैसा कैसे चेक करें?
- सबसे आसान है MyLPG.in पोर्टल पर जाकर अपनी गैस कंपनी (HP, Indane, Bharat Gas) का चयन करें, 17 अंकों की LPG ID डालें और सब्सिडी स्टेटस या ट्रांजैक्शन डिटेल्स देखें।
- मोबाइल ऐप (जैसे MyLPG ऐप) पर रजिस्टर करके भी सब्सिडी का पूरा विवरण देखा जा सकता है।
- SMS के जरिए भी जानकारी मिल सकती है – HP उपभोक्ता 57970 पर ‘HP LPGID’ भेजकर सब्सिडी स्टेटस पा सकते हैं।
- गैस बुकिंग कन्फर्म होने के बाद कुछ दिन में पैसा बैंक खाते में क्रेडिट होना चाहिए। आप अपनी बुकिंग हिस्ट्री और बैंक स्टेटमेंट भी नियमित जांचें।
अगर सब्सिडी का पैसा आना बंद हो जाए, तो LPG सेवा प्रदाता या ग्राहक सेवा में संपर्क करें। यह जरूर जांच लें कि आपका बैंक खाता और आधार लिंक है या नहीं, क्योंकि DBT के लिए दोनों का अपडेटेड होना जरूरी है।
निष्कर्ष
एलपीजी गैस सब्सिडी सरकार की एक लाभदायक योजना है, खासकर गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए। सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद तक सीधे सब्सिडी का लाभ पहुंचे। यदि आपने अभी तक अपनी सब्सिडी स्टेटस नहीं चेक की तो सरकारी पोर्टल या मोबाइल ऐप के जरिए तुरंत जांच सकते हैं और सरकार की इस योजना का पूरा लाभ उठा सकते हैं।