नवोदय विद्यालय में कक्षा 6वीं में प्रवेश पाने का सपना कई बच्चों और उनके परिवारों का होता है। ये स्कूल खासकर ग्रामीण इलाकों के होनहार बच्चों के लिए बनाए गए हैं ताकि उन्हें बेहतर शिक्षा और सुविधाएं मिल सकें। हर साल लाखों बच्चे नवोदय विद्यालय में दाखिले के लिए आवेदन करते हैं और एक चयन परीक्षा के माध्यम से चुने जाते हैं।
यह परीक्षा पूरी तरह से मुफ्त होती है और इसमें बच्चों को उनकी योग्यता के आधार पर चुना जाता है। जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) देशभर में छात्रों को क्वालिटी एजुकेशन उपलब्ध कराने के लिए प्रसिद्ध हैं। यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को न सिर्फ शिक्षा बल्कि रहने, खाने और अन्य सारी सुविधाएं भी फ्री में उपलब्ध कराई जाती हैं।
इसी वजह से हर साल यह परीक्षा बहुत चर्चित रहती है और इसमें चयनित होना बच्चे और परिवार के लिए गर्व की बात मानी जाती है।
Navodaya Class 6th Admission: Full Details
नवोदय विद्यालय समिति द्वारा कक्षा 6वीं में एडमिशन के लिए हर साल जवाहर नवोदय विद्यालय सिलेक्शन टेस्ट (JNVST) लिया जाता है। इस टेस्ट का मकसद है गांव के होनहार बच्चों को बिना किसी आर्थिक बाधा के अच्छी शिक्षा, आधुनिक सुविधा और बोर्डिंग स्कूल का माहौल देना। स्कूल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से मान्यता प्राप्त हैं और कक्षा 6वीं से 12वीं तक पूरी पढ़ाई यहां होती है। प्रवेश मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को ही मिलता है और कुल सीटों का कम से कम 75% ग्रामीण बच्चों के लिए आरक्षित होता है। साथ ही, SC/ST, ओबीसी, दिव्यांग और लड़कियों के लिए भी आरक्षण है। इस स्कूल में बच्चों को को-एजुकेशनल यानी लड़के-लड़कियां साथ पढ़ते और रहते हैं।
नवोदय विद्यालय शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की एक योजना है जिसमें बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ फ्री बोर्डिंग, लॉजिंग, यूनिफॉर्म, किताबें, स्टेशनरी और यहां तक कि जरूरत पड़ने पर घर आने-जाने के लिए यात्रा भत्ता भी मिलता है। सिर्फ 9वीं से 12वीं के स्टूडेंट्स से ‘विद्यालय विकास निधि’ के नाम पर नाममात्र की फीस (₹600/- प्रति माह) ली जाती है, और कुछ श्रेणी के बच्चों को इसमें भी छूट मिलती है।
एडमिशन स्कीम और इसके लाभ
- पूरी तरह से मुफ्त शिक्षा, आवास एवं भोजन, यूनिफॉर्म, किताबें, सभी जरूरी सुविधाएं
- आधुनिक पढ़ाई और हॉस्टल लाइफ का अनुभव
- खेल, संगीत, आर्ट, और कई एक्स्ट्रा एक्टिविटी का भरपूर मौका
- CBSE बोर्ड स्टैंडर्ड की पढ़ाई, जिससे छात्र राष्ट्रीय स्तर पर मुकाबला करने में सक्षम बनते हैं
- ग्रामीण बच्चों की प्रतिभा को निखारने का मौका और उन्हें शहरों व आगे की प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना
- हर जिले में स्कूल, जिससे अधिकांश ग्रामीण बच्चों तक इसका लाभ पहुंच रहा है
सरकार की इस योजना का उद्देश्य है कि गांव का टैलेंट देश की मुख्यधारा में आए, और आर्थिक, सामाजिक या क्षेत्रीय अंतर उनके सपनों में बाधा ना बने। यही वजह है कि नवोदय विद्यालय स्कीम पिछले कई सालों से काफी सफल साबित हो रही है।
पात्रता, जरूरी डॉक्युमेंट्स और आवेदन कैसे करें?
नवोदय विद्यालय में कक्षा 6वीं में दाखिले के लिए बच्चे का उसी जिले का निवासी होना चाहिए, जहाँ स्कूल है। साथ ही, बच्चे ने 5वीं कक्षा मान्यता प्राप्त स्कूल से पास की हो। उम्र सीमा आवेदन वर्ष के अनुसार तय होती है, अक्सर 9 से 13 साल के बीच। एडमिशन फॉर्म ऑनलाइन ही भरना होता है और कोई फीस नहीं है। फॉर्म भरने के लिए अभ्यर्थी को जन्म प्रमाण पत्र, आवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, स्कूल का प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (आरक्षित के लिए) आदि दस्तावेज अपलोड करने होते हैं। आवेदन के बाद बच्चों का प्रवेश परीक्षा (JNVST) होता है।
परीक्षा आमतौर पर दो चरणों में होती है—2025 के लिए पहला चरण 13 दिसंबर 2025 को और दूसरा 11 अप्रैल 2026 को होने वाला है। परीक्षा ऑफलाइन (O.M.R Sheet) होती है और हिंदी, अंग्रेजी दोनों भाषाओं में आती है। बच्चों के एप्लिकेशन की अंतिम तिथि 13 अगस्त 2025 रखी गई है। सफल बच्चों को काउंसलिंग और दस्तावेज़ सत्यापन के बाद एडमिशन दिया जाता है।
आवेदन की प्रक्रिया –
- सबसे पहले navodaya.gov.in या संबंधित पोर्टल पर जाएं
- रजिस्ट्रेशन करें और मांगी गई जानकारी भरें
- दस्तावेज़ अपलोड करें (फोटो, सिग्नेचर, प्रमाण पत्र आदि)
- आवेदन पूरा करके सबमिट करें
- प्रवेश परीक्षा की तिथि पर एग्जाम दें और रिजल्ट का इंतजार करें
निष्कर्ष
नवोदय विद्यालय में कक्षा 6वीं में एडमिशन पाना गांव के होनहार और जरूरतमंद बच्चों के लिए सुनहरा मौका है। यहां शिक्षा के साथ-साथ हर सुविधा मुफ्त मिलती है, जिससे बच्चे अपनी प्रतिभा को खुलकर निखार सकते हैं। अगर आप योग्यता और नियमों को पूरा करते हैं, तो जरूर आवेदन करें और अपने सपने को पंख दें।