हाल ही में सरकार ने एक बड़ा, ऐतिहासिक फैसला लेते हुए पुरानी पेंशन स्कीम (Old Pension Scheme: OPS) को फिर से लागू करने का ऐलान किया है। इस फैसले का लंबे समय से इंतजार हो रहा था और बहुत से सरकारी कर्मचारी इसको लेकर आंदोलन भी कर रहे थे। खासकर उन लोगों के लिए यह राहत की खबर है, जो पहले नियुक्त हुए थे लेकिन नई पेंशन योजना के चलते पुरानी सुविधाओं से वंचित रह गए थे।
सरकार के इस फैसले के बाद लाखों कर्मचारियों और उनके परिवारों के भविष्य को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी। कई राज्यों में इस स्कीम को फिर से लागू करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जो कर्मचारी 28 मार्च 2005 या उससे पहले विज्ञापन या अधिसूचना के तहत भर्ती हुए थे, उन्हें इस योजना का विकल्प चुनने का अधिकार मिला है।
सरकार ने ऐसे कर्मचारियों से 30 नवंबर 2025 तक आवेदन मंगवाए हैं।
What is the Old Pension Scheme?
पुरानी पेंशन स्कीम, या OPS, सरकारी कर्मचारियों के लिए बनाई गई एक रिटायरमेंट योजना है। इस योजना के तहत रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों को उनकी अंतिम तनख्वाह के आधार पर हर माह पेंशन दी जाती है। पेंशन की राशि आमतौर पर अंतिम पगार के 50% तक या फिर पिछले 10 महीनों की औसत पगार के आधार पर तय होती है, जो भी अधिक हो। इसके अलावा डीए (महंगाई भत्ता) बढ़ने पर भी पेंशन में बढ़ोतरी होती रहती है।
OPS में कर्मचारियों की सैलरी से कोई कटौती नहीं होती है। सारा खर्च सरकार उठाती है। इसके अलावा, रिटायरमेंट के समय ग्रेच्युटी और प्रोविडेंट फंड का एकमुश्त भुगतान भी मिलता है। लंबी सेवा और हर साल मिलने वाले डीए एडजस्टमेंट जैसे फायदे भी इसमें शामिल हैं। यही वजह है कि यह योजना सरकारी कर्मचारियों के लिए हमेशा मुख्य आकर्षण रही है।
किन्हें मिलेगा पुरानी पेंशन का लाभ?
सरकार ने स्पष्ट किया है कि केवल वही कर्मचारी इस योजना का फायदा ले सकते हैं जिनकी भर्ती 28 मार्च 2005 से पहले निकले सरकारी विज्ञापन या अधिसूचना के आधार पर हुई थी। जो कर्मचारी उक्त तारीख से पहले ही चयनित थे लेकिन किसी कारणवश उन्हें पुरानी पेंशन नहीं मिल पा रही थी, अब वे इस फैसले के तहत लाभ उठा सकते हैं।
इसके लिए संबंधित विभागों को अपने-अपने कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका, पद, भर्ती की तारीख, वेतन, जन्म तिथि सहित तमाम जानकारी प्रोफार्मा में भरकर भेजनी है। विकल्प पत्र और प्रमाणित दस्तावेज भी देना अनिवार्य है। सरकार ने अंतिम तिथि 30 नवंबर 2025 रखी है, इससे पहले आवेदन करना जरूरी है।
पुरानी पेंशन स्कीम में कैसे करें आवेदन?
अगर आप पुराने विज्ञापन के आधार पर चयनित सरकारी कर्मचारी हैं और OPS का फायदा लेना चाहते हैं, तो आपको निम्न प्रक्रिया अपनानी होगी —
- अपने विभाग/स्थानीय निकाय को सेवा पुस्तिका, भर्ती विज्ञापन की प्रति, पद, नियुक्ति तिथि, वेतन व जन्म तारीख की पूरी जानकारी निर्धारित प्रोफार्मा में दें।
- विकल्प पत्र तैयार करें और विभाग के संस्तुति पत्र के साथ सभी मांगे गए दस्तावेज़ जमा करें।
- आवेदन आगे स्थानीय निकाय निदेशालय या संबंधित उच्च अधिकारी के पास भेजा जाएगा जहां से दस्तावेज़ों की जांच के बाद पेंशन स्कीम में आपका नाम शामिल किया जाएगा।
कुछ राज्यों में ऑनलाइन आवेदन और पेंशन पोर्टल भी उपलब्ध हैं, जहां अभ्यर्थी आवेदन पत्र अपलोड कर सकते हैं। ज़रूरी दस्तावेजों में आयु प्रमाण पत्र, सेवा पुस्तिका, निवास एवं पद की पुष्टि के दस्तावेज आदि मांगे जाते हैं।
सरकार और स्कीम से मिलने वाले फायदे
पुरानी पेंशन स्कीम का सबसे बड़ा फायदा यह है कि रिटायरमेंट के बाद एक निश्चित, आजीवन पेंशन का प्रावधान है। महंगाई भत्ता (DA) एडजस्टमेंट हर छः माह में होता है, जिससे पेंशन नियमित रूप से बढ़ती है। कर्मचारियों की आय पर किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं लगता और चिकित्सा सुविधा, ग्रेच्युटी, डेथ/रिटायरमेंट बेनिफिट आदि भी स्कीम में सम्मिलित हैं।
इसके अलावा, पेंशन के अलावा अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ भी मिलता है, जिससे रिटायरमेंट के बाद आर्थिक चिंता नहीं रहती। इससे कर्मचारियों और उनके परिवार को सम्मान पूर्वक जीवन बिताने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष
सरकार द्वारा पुरानी पेंशन योजना को फिर से शुरू करना वास्तव में एक ऐतिहासिक और राहत भरा फैसला है। इससे न केवल सरकारी कर्मचारियों को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी, बल्कि उनका भविष्य भी सुरक्षित होगा। यदि आप पात्र हैं, तो समय रहते आवेदन जरूर करें और योजना का लाभ उठाएं।