भारत के किसानों के लिए पिछले कई वर्षों से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पी-Kisan Samman Nidhi, PM-Kisan) योजना किसी संजीवनी से कम नहीं रही है। इस योजना के चलते लाखों-करोड़ों किसानों के खातों में हर साल सीधी आर्थिक सहायता पहुंचाई जाती है। 2025 में भी इस योजना की 20वीं क़िस्त का किसान लंबे समय से इंतजार कर रहे थे, जिसे अब जारी कर दिया गया है।
आइए जानते हैं इस योजना का उद्देश्य, इसकी खास बातें, और 20वीं क़िस्त से जुड़ी अहम जानकारी।
What is PM Kisan Yojana?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-Kisan) भारत सरकार की ओर से 2019 में शुरू की गई एक केंद्रीय योजना है। यह खासतौर से छोटे और सीमांत किसानों के लिए बनाई गई है, जिससे वे खेती-किसानी की लागत और घरेलू जरूरतों को पूरा कर सकें। योजना के तहत पात्र किसानों को साल में कुल 6,000 रुपये की आर्थिक मदद मिलती है, जो तीन बराबर किस्तों में – हर चार महीने में 2,000 रुपये – सीधा उनके आधार लिंक किए गए बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं।
सरकार इस रकम को ‘डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर’ (DBT) के जरिये सीधे किसानों के खातों में भेजती है। इससे बिचौलियों की भूमिका खत्म हो जाती है और किसानों को पैसा समय पर मिल जाता है। अब तक इस स्कीम की 19 किस्तें जारी हो चुकी हैं, जिसमें करीब 3.69 लाख करोड़ रुपये किसानों को मिल चुके हैं।
पीएम किसान योजना की 20वीं क़िस्त: तारीख और लाभ
इस वर्ष की 20वीं क़िस्त 2 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी, उत्तर प्रदेश से जारी की। इस बार 9.7 करोड़ से ज्यादा किसानों के खातों में कुल ₹20,500 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए। हर पात्र किसान के खाते में 2,000 रुपये की किस्त सीधी ट्रांसफर हुई है, जिससे किसानों की खेती समेत निजी खर्चों में मदद मिलेगी।
यह किस्त मिलना इसलिए भी खास है क्योंकि देश के तमाम छोटे किसानों को आगामी फसल सीजन के लिए खेत तैयार करने, खाद-बीज खरीदने जैसी जरूरतों में आर्थिक मजबूती मिलती है। सरकार की ओर से साफ आदेश है कि किस्त सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलेगी, जिन्होंने अपना eKYC (Electronic Know Your Customer) पूरा कर रखा है और जिनका खाता आधार कार्ड से लिंक है। इससे पैसे की डायरेक्ट ट्रांसफर में कोई गड़बड़ी न हो।
योजना का लाभ किसे मिलता है?
इस योजना का फायदा देश के सभी योग्य पात्र भूमिधारक (landholding) किसानों को मिलता है। किसान की पात्रता के लिए जरूरी है कि उसके पास खेती योग्य जमीन हो और वह योजना की शर्तों को पूरा करता हो। कुछ अपवाद भी हैं: अगर कोई किसान टैक्सपेयर्स, बड़े सरकारी अफसर या पेशेवर है तो उसे इस स्कीम का लाभ नहीं मिलता।
इसके अलावा किसी भी किसान परिवार का सदस्य अगर सरकारी नौकरी में है, तो पूरी फैमिली इस योजना के लिए पात्र नहीं होगी। वहीं, राज्य या केंद्र सरकार से पेंशन ले रहे किसान भी इस स्कीम में शामिल नहीं हो सकते। इसके ज़रिए सरकार चाहती है कि आर्थिक रूप से ज्यादा कमजोर या सीमांत किसान ही इसका सबसे अधिक लाभ उठाएं।
पीएम किसान योजना 20वीं क़िस्त के लिए आवेदन और पैसा चेक करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले सरकार की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं।
- होमपेज पर ‘Know Your Status’ या ‘Beneficiary Status’ के विकल्प पर क्लिक करें।
- अपना रजिस्ट्रेशन नंबर/आधार नंबर और कैप्चा कोड डालें।
- ‘Get Data’ पर क्लिक करें।
- यहां आप देख सकते हैं कि किस्त आपके खाते में आई या नहीं, साथ ही eKYC स्टेटस भी चेक कर सकते हैं।
ध्यान रखें कि eKYC प्रक्रिया पूरी करना जरूरी है। इसे आप पोर्टल पर OTP बेस्ड या नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) से बायोमेट्रिक वेरीफिकेशन द्वारा करा सकते हैं। अगर eKYC अधूरी है तो आने वाली किस्त रुक सकती है।
योजना के मुख्य लाभ
इस स्कीम के तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये की आर्थिक मदद मिलती है, जो छोटी-बड़ी जरूरतों, जैसे बीज खरीदना, खाद-कीटनाशक लेना या परिवार खर्च चलाने में काफी राहत देती है। चूंकि रकम सीधी खाते में भेजी जाती है, पैसे में कोई कटौती नहीं होती और जरूरतमंद व्यक्तियों तक ही पहुंचता है। इससे किसान बिना किसी बिचौलिए या सरकारी चक्कर के अपना हक पा सकते हैं।
इस योजना ने किसान आत्मनिर्भरता का रास्ता खोला है और गाँव-गाँव तक डिजिटल ट्रांसफर की ताकत बढ़ाई है। इससे किसानों की आय में इज़ाफा हुआ है और उन्हें कर्ज के जाल से बचने में सहायता मिली है।
निष्कर्ष
पीएम किसान सम्मान निधि योजना देश के लाखों छोटे किसानों का सशक्तिकरण और आर्थिक सहयोग का बड़ा जरिया बन चुकी है। 20वीं क़िस्त का जारी होना किसानों के लिए समय पर मदद का प्रतीक है। भविष्य में सरकार की यही कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा पात्र किसान इस योजना का लाभ लें और आत्मनिर्भर, खुशहाल और सशक्त बनें।