Sahara India July Payment: 2 मिनट में करें चेक – ₹5000 से ₹20,000 तक वापसी का मौका

Published On: July 31, 2025
Sahara India July Payment

सहारा इंडिया निवेशकों के लिए जुलाई 2025 में एक बड़ी खुशखबरी आई है। सहारा इंडिया ने निवेशकों को रिफंड करने की प्रक्रिया के तहत जुलाई महीने के लिए नई पेमेंट लिस्ट जारी कर दी है। यह योजना उन लोगों को राहत देती है जिन्होंने लंबे समय से सहारा समूह की विभिन्न कोऑपरेटिव सोसाइटी में निवेश किया था और अपने निवेश की वापसी का इंतजार कर रहे थे।

इस प्रक्रिया का उद्देश्य निवेशकों को उनके पैसे लौटाना है, ताकि वे अपने वित्तीय संकट से बाहर निकल सकें। यह योजना सरकार और न्यायालय की निगरानी में पूरी पारदर्शिता के साथ चलाई जा रही है। सहारा इंडिया ने पहली बार जुलाई 2025 में बड़ी संख्या में निवेशकों को सीधे उनके बैंक खातों में ₹50,000 तक की राशि का भुगतान शुरू किया है।

इस योजना के अंतर्गत निवेशकों को माइक्रो पेमेंट के बजाय एक बार में बड़ी रकम दी जा रही है ताकि आर्थिक स्थिति में सुधार हो।

What is Sahara India Refund Yojana?

सहारा इंडिया जुलाई पेमेंट योजना उन निवेशकों के लिए है जिन्होंने सहारा समूह की चार कोऑपरेटिव सोसाइटीज़—सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड (लखनऊ), सहारायून यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी लिमिटेड (भोपाल), हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड (कोलकाता) और स्टार्स मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड (हैदराबाद)—में अपना पैसा लगाया था। यह योजना सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शुरू की गई है, जिसमें Sahara-SEBI रिफंड खाते से ₹5,000 करोड़ जारी करके निवेशकों को पैसा लौटाने की प्रक्रिया तय की गई।

इस योजना में निवेशकों को CRCS (Central Registrar of Cooperative Societies) पोर्टल के माध्यम से आवेदन करना होता है। आवेदन के बाद दस्तावेजों और आवेदन की स्थिति का सत्यापन होता है। जो निवेशक आवेदन के लिए पात्र होते हैं और जिनके दस्तावेज सही पाए जाते हैं, उन्हें भुगतान सीधे उनके आधार लिंक्ड बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है। जुलाई 2025 की भुगतान सूची में उन निवेशकों के नाम शामिल हैं, जिनका दावा मंजूर हो चुका है और जिनके खाते में इस महीने भुगतान किया गया है।

यह योजना मुख्यतः छोटे और मझौले निवेशकों को प्राथमिकता देती है, ताकि उन्हें आर्थिक सहारा मिल सके। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार भुगतान की राशि अधिक है, जिससे निवेशकों को बड़ी राहत मिल रही है। विभागीय निगरानी और न्यायालय की सख्त गाइडलाइन के तहत यह एक पूरी तरह से डिजिटल, पारदर्शी और सुरक्षित प्रक्रिया है।

योजना के तहत क्या भुगतान किया जाता है?

सहारा इंडिया रिफंड योजना के तहत निवेशकों को उनकी जमा राशि का वापसी भुगतान किया जाता है। शुरुआत में ₹10,000 तक के छोटे दावों का भुगतान किया जाता रहा है, लेकिन अब जुलाई 2025 में एक बार में ₹50,000 तक की राशि का भुगतान शुरू कर दिया गया है। यह योजना निवेशकों को बार-बार छोटे-छोटे भुगतान की बजाय एकमुश्त राशि प्रदान करने की कोशिश करती है ताकि उनकी वित्तीय परेशानियों में स्थायी सुधार हो।

सभी भुगतान सीधे निवेशकों के बैंक खातों में किए जा रहे हैं, जिससे धन के गुम या अटके होने की संभावना खत्म हो जाती है। इसके लिए निवेशकों का आधार कार्ड और बैंक विवरण आवश्यक है। जो निवेशक CRCS पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करते हैं और उनका दस्तावेजों से सत्यापन हो जाता है, वे इस योजना के तहत भुगतान के हकदार होते हैं।

जिन निवेशकों को पहले ₹10,000 मिल चुके हैं, वे इस जुलाई लिस्ट में ₹50,000 तक के भुगतान के लिए पात्र हैं। साथ ही, जिनका अभी तक भुगतान नहीं हुआ है, वे अपने दस्तावेज अपडेट करके अगली भुगतान लिस्ट में नाम जुड़वा सकते हैं।

सहारा इंडिया भुगतान सूची कैसे चेक करें?

सहारा इंडिया की पेमेंट लिस्ट चेक करने के लिए निवेशकों को CRCS-सहारा रिफंड पोर्टल पर जाना होता है। इसके लिए आधार नंबर, मोबाइल नंबर और अन्य पंजीकृत जानकारी से लॉगिन करना होता है। पोर्टल पर आवेदन की स्थिति जैसे “Approved”, “Under Process” आदि की जानकारी मिलती है।

अपने नाम की पुष्टि के लिए नीचे दिए गए चरण अपनाएं:

  1. CRCS पोर्टल पर लॉगिन करें।
  2. अपना आधार नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करें।
  3. ‘Payment List’ या ‘Refund List’ के विकल्प को चुनें।
  4. जारी की गई जुलाई 2025 की पेमेंट लिस्ट खोलें।
  5. अपनी नाम सूची में खोजें कि आपका नाम शामिल है या नहीं।

इस प्रक्रिया से निवेशक जान सकते हैं कि उन्हें भुगतान मिला है या नहीं। इसके अलावा, जो लोग अभी आवेदन के अंतर्गत हैं, वे भी अपनी स्थिति का ट्रैक रख सकते हैं।

सहारा रिफंड योजना के पीछे सरकार की भूमिका

सहारा इंडिया की यह रिफंड योजना सीधे रूप से केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन केंद्रीय सहकारी सोसाइटीज के रजिस्ट्रार (CRCS) भुगतान प्रक्रिया को मैनेज कर रहे हैं। सरकार का उद्देश्य यह है कि निवेशकों को उनके फंसे हुए पैसे जल्द से जल्द लौटाए जाएं, खासकर छोटे निवेशकों को प्राथमिकता देते हुए।

अमित शाह, जो वर्तमान में केंद्रीय गृह मंत्री हैं, ने साफ किया है कि यह भुगतान योजना पूरी तरह पारदर्शी और डिजिटल प्रक्रिया के जरिए हो रही है। अब तक ₹5,139 करोड़ से अधिक राशि लगभग 27 लाख निवेशकों को वापस की जा चुकी है। यह प्रक्रिया निवेशकों की सुरक्षा और भरोसे को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन की गई है।

सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार भुगतान की समय सीमा को दिसंबर 2025 तक बढ़ाया है, जिससे सभी योग्य निवेशकों को लाभ मिल सके।

आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज और प्रक्रिया

  • आधार कार्ड प्रमाणित
  • बैंक खाता विवरण (आधार लिंक्ड)
  • सहारा निवेश का प्रमाण (कूपन, रसीद आदि)
  • आवेदन फॉर्म (CRCS पोर्टल पर भरा हुआ)

आवेदन CRCS पोर्टल पर ऑनलाइन जमा करना होता है। यदि कोई त्रुटि या कमी पाए जाने पर निवेशक को सुधार करने के लिए सूचित किया जाता है और वे आवेदन पुनः जमा कर सकते हैं।

सभी आवेदन की सत्यापन प्रक्रिया के बाद ही भुगतान होता है। इसलिए सही और पूरी जानकारी देना आवश्यक है ताकि रिफंड प्रक्रिया में कोई समस्या न आए।

निष्कर्ष

सहारा इंडिया जुलाई पेमेंट योजना निवेशकों के लिए राहत की एक बड़ी खबर है, जिसमें सरकार और कोर्ट की निगरानी में निवेशकों को उनका फंसा हुआ पैसा वापस दिया जा रहा है। इस योजना के तहत निवेशकों को डिजिटल और पारदर्शी तरीके से भुगतान किया जाता है, जिससे उनका वित्तीय बोझ कम होता है। जो निवेशक अभी तक भुगतान सूची में नहीं हैं, वे अपने दस्तावेज अपडेट कर अगली किस्त के लिए आवेदन कर सकते हैं।

यह योजना निवेशकों के आर्थिक हितों की रक्षा करती है और नियमित भुगतान के माध्यम से उन्हें वित्तीय स्थिरता प्रदान करती है। निवेशक अपनी स्थिति CRCS पोर्टल पर जाकर आराम से चेक कर सकते हैं और आवश्यक कार्रवाई कर सकते हैं।

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